1. ग्रहों का आयन बल भूमध्य रेखा से ग्रहों के क्रान्ति ( 2. आयन बल ज्ञात करने का एक आसन सा तरीका है जिसे आप यहां देख सकते हैं।3. आयन बल ज्ञात करने का एक आसन सा तरीका है जिसे आप यहां देख सकते हैं।4. अगर कोई ग्रह 0 डिग्री क्रान्ति पर है तो स्वत: ही उसमें 30 आयन बल जुट जाएगा। 5. अगर कोई ग्रह 0 डिग्री क्रान्ति पर है तो स्वत: ही उसमें 30 आयन बल जुट जाएगा। 6. जिस बल से ग्रह गतिमान होते हैं वह उनका चेष्टा बल कहलाता है जैसे सूर्य का चेष्टा बल आयन बल होता है। 7. आयन बल (Ayana Bala): ग्रहों का आयन बल भूमध्य रेखा से ग्रहों के क्रान्ति (Declination) के आधार पर देखा जाता है।8. आयन बल (Ayana Bala): ग्रहों का आयन बल भूमध्य रेखा से ग्रहों के क्रान्ति (Declination) के आधार पर देखा जाता है। 9. काल बल के प्रथम भाग में आपने इसके तीन उपभागों को पढ़ा, दूसरे भाग में आप पढ़ेंगे वर्ष-मास-दिन-होरा बल, युद्ध बल और आयन बल के विषय में। 10. काल बल के प्रथम भाग में आपने इसके तीन उपभागों को पढ़ा, दूसरे भाग में आप पढ़ेंगे वर्ष-मास-दिन-होरा बल, युद्ध बल और आयन बल के विषय में।